राजस्थान में शिक्षा एवं संस्थान (Education and institutes in Rajasthan) राजस्थान GK अध्ययन नोट्स
1. राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर राजस्थान विश्वविद्यालय, राजस्थान का सबसे पुराना विश्वविद्यालय है जो जयपुर में स्थित है, इसक…
1. राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर राजस्थान विश्वविद्यालय, राजस्थान का सबसे पुराना विश्वविद्यालय है जो जयपुर में स्थित है, इसक…
पंचायती राज व्यवस्था में ग्राम, तालुका और जिला आते हैं। भारत में प्रचीन काल से ही पंचायती राज व्यवस्था आस्तित्व में रही हैं।…
राज्य में कानून एवं शांति-व्यवस्था बनाये रखने हेतु गृह विभाग का गठन किया गया है। यह विभाग राज्य के गृह मंत्री के अधीन तथा नि…
राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) राजस्थान राज्य के लोक सेवकों के चयन हेतु प्रतियोगिता परीक्षा के माध्यम से सिविल सेवकों का चयन …
स्वाधीनता से पूर्व राजा ही अन्तिम अपील का न्यायालय था। किसान की 60% से अधिक उपज जागीरदार या शासक हड़प लेते थे। जागीरदार असल म…
नवगठित राजस्थान में 25 जिले बनाए गये जिन्हें पाँच संभागो (जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, बीकानेर व कोटा) में विभाजित किया गया | 1 नव…
भारत की न्यायपालिका एकीकृत प्रकार की है, जिसके शीर्ष पर उच्चतम न्यायालय स्थापित है। उच्चतम न्यायालय को अन्तिम न्याय-निर्णयन …
व्यवस्थापिका भारतीय जनतंत्र के तीन अंगों में से एक है। अन्य दो अंग हैं – कार्यपालिका और न्यायपालिका। राजस्थान भारत का एक राज…
हमारे देश में संघ एवं राज्य दोनों स्तरों पर संसदीय शासन प्रणाली को अपनाया गया है। इस प्रणाली में व्यवस्थापिका और कार्यपालिका…
राजस्थान भारतीय संघ का एक राज्य है, जहाँ अन्य भारतीय राज्यों की तरह संसदीय शासन प्रणाली की व्यवस्था है। सम्पूर्ण राज व्यवस्थ…
पहला चरण (‘मत्स्य यूनियन’) 18 मार्च 1948: सबसे पहले अलवर, भरतपुर, धौलपुर, व करौली नामक देशी रियासतों का विलय कर तत्कालीन भा…
ग्राम पंचायत मुख्यालयों में 2119 किमी ग्रामीण गौरव पथ स्वीकृत धोलपुर एवं अलवर जिले में OPRC System के तहत कम किया जायेगा 4 ह…
वर्ष 2015-2016 के बजट अनुमानों में राजस्व अधिशेष 556.82 करोड़ रुपये वर्ष 2015-2016 का राजकोषीय घाटा 20609.75 करोड़ रुपये, जो G…
राजस्थान में पशु-सम्पदा का विषेश रुप से आर्थिक महत्व माना गया है। राज्य के कुल क्षेत्रफल का 61 प्रतिशत मरुस्थलीय प्रदेश है, …
अपनी विविध कृषि-जलवायु स्थितियों के लिए जाना जाने वाला राजस्थान कई फसलों की खेती वाली समृद्ध कृषि अर्थव्यवस्था से लैस है। रा…
राजस्थान मुख्यत: एक कृषि व पशुपालन प्रधान राज्य है और अनाज व सब्जियों का निर्यात करता है। राज्य की मुख्य फ़सलें हैं- चावल, ज…
हिंदुस्तान ज़िंक लिमिटेड = उदयपुर हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड = खेतड़ी (झुंझुनू) हिंदुस्तान मशीन टूल्स = अजमेर राजस्थान स्टेट केमि…
वस्त्र उद्योग: वस्त्र उद्योग राजस्थान का एक प्रमुख उद्योग है और यह अपने अगुवर्ती और परवर्ती संपर्क नेटवर्क के कारण व्यापक प्…
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने नई दिल्ली में आयोजित एम्बेसडर्स राउंड टेबल कांफ्रेंस में राजस्थान खनिज नीति 2015 (R…
राजस्थान खनिज संपदा से संपन्न राज्य है, जहां 79 प्रकार के खनिज पाये जाते हैं, जिनमें से 58 फीसदी का व्यावसायिक दोहन किया जा …
राजस्थान की अर्थव्यवस्था राजस्थान की अर्थव्यवस्था मुख्य रुप से कृषि कार्यों एव पशुपालन पर ही निर्भर करती है, तथा कृषि के उपर…
राजस्थान में सितम्बर 2015 के अनुसार कुल ऊर्जा उत्पादन 16900 MW है जिसमें से कोयले द्वारा 9400 MW, जल विद्युत परियोजनाओं द्वा…
राजस्थान में सड़क, रेल एवं वायु तीनो प्रकार के परिवहन के साधन उपलब्ध हैं। राजस्थान की तटीय रेखा न होने के कारण राज्य में कोई…
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने जून 2015 को नई दिल्ली में आयोजित एम्बेसडर्स राउंड टेबल कांफ्रेंस में नई राजस्थान खनिज न…
राजस्थान मुख्यत: एक कृषि व पशुपालन प्रधान राज्य है और अनाज व सब्जियों का निर्यात करता है। अल्प व अनियमित वर्षा के बावजूद, यह…
जयसमंद झील (उदयपुर): राजस्थान में मीठे पानी की सबसे बड़ी कृत्रिम झील जयसमंद है। इस झील का निर्माण मेवाड़ के राणा जयसिंह ने ग…
राजस्थान की नदियों को प्रवाह के आधार पर 3 भागों में विभाजित किया जाता हैं1. बंगाल की खाड़ी का नदी तंत्र 2. अरब सागर का नदी तं…
केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान : केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान राजस्थान में स्थित एक प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान है। यह भारत का सबसे बड़ा…
पृथ्वी ऊपरी सतह पर मोटे, मध्यम और बारीक कार्बनिक तथा अकार्बनिक मिश्रित कणों को मृदा (soil) कहते हैं। ऊपरी सतह पर से मिट्टी ह…
राजस्थान की जलवायु में मुख्यतया तीन ऋतुओं का स्थान है: ग्रीष्म ऋतु (मार्च से मध्य जून), वर्षा ऋतु (मध्य जून से सितम्बर) एवं …
राजस्थान को मुख्यतया चार भौगोलिक भागों में विभाजन किया जा सकता है: 1. थार मरुस्थल या पश्चिमी रेगिस्तान, 2. अरावली श्रेणी…
राजस्थान का क्षेत्रफल 3,42,239 वर्ग कि॰मी॰ जो इसे भारत का सबसे बड़ा राज्य बनाता है। राजस्थान की भौगोलिक स्थिति : अक्षांक: 23…
केसरिया जी का मंदिर उदयपुर से लगभग 40 किमी. दूर गाँव ‘धूलेव’ में स्थित भगवान ऋषभदेव का मन्दिर है। यह प्राचीन तीर्थ अरावली पर…
राजस्थान के लोक देवता पाबूजी राठौड़ का जन्म वि.संवत 1313 में जोधपुर ज़िले में फलोदी के पास कोलू नामक गाँव में हुआ था। पाबूजी…
मल्लीनाथ जी का जन्म मारवाड़ के रावल सलखा तथा माता जाणीदे के ज्येष्ठ पुत्र के रूप में सन् 1358 में हुआ था। मल्लीनाथ जी एक कुशल…
शाकम्भरी माता का प्राचीन सिद्धपीठ जयपुर जिले के साँभर क़स्बे में स्थित है। शाकम्भरी माता साँभर की अधिष्ठात्री देवी हैं। साँभर…
जीण माता राजस्थान के सीकर जिले में स्थित धार्मिक महत्त्व का एक गाँव है। यह सीकर से 29किलोमीटर दक्षिण में स्थित है। यहाँ पर ज…
गोगाजी का जन्म विक्रम संवत 1003 में चुरू जिले के ददरेवा, चुरू में हुआ था सिद्ध वीर गोगादेव के जन्मस्थान, जो राजस्थान के चुरू…
जन्म : वि. संवत् 1508 भाद्रपद बदी 8 कृष्ण जन्माष्टमी को अर्द्धरात्रि कृतिका नक्षत्र में (सन् 1451) जन्म स्थान: पींपासर जिला …
लोक देवता तेजाजी का जन्म नागौर जिले में खड़नाल गाँव में ताहरजी (थिरराज) और रामकुंवरी के घर माघ शुक्ला, चौदस संवत 1130 यथा 29…
रामदेव जी राजस्थान के एक लोक देवता हैं। 15वी. शताब्दी के आरम्भ में भारत में लूट खसोट, छुआछूत, हिंदू-मुस्लिम झगडों आदि के कार…
1. चंदवरदाई = ‘पृथ्वीराज रासौ’ 2. शिवदास गाडण (चारण) = ‘अचलदास खींची री वचनिका’ 3. सूर्य मिश्रण = ‘वंशभास्कर‘ व ‘वीर सतसई’ 4…
राजस्थानी साहित्य की संपूर्ण भारतीय साहित्य में अपनी एक अलग पहचान है। राजस्थानी भाषा का प्राचीन साहित्य अपनी विशालता एवं अगा…
झालावाड़, कोटा और प्रतापगढ़ जिलों में मालवी बोली का प्रचलन है। यह भाग मध्यप्रदेश के मालवा क्षेत्र के समीप है। मालवी बोली में …
यह बोली डूंगरपूर व बांसवाड़ा तथा दक्षिणी-पश्चिमी उदयपुर के पहाड़ी क्षेत्रों में बोली जाती हैं। यह भाषा मेवाड़ी के दक्षिणी भाग,…