राजस्थान में शिक्षा एवं संस्थान (Education and institutes in Rajasthan) राजस्थान GK अध्ययन नोट्स
1. राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर
- राजस्थान विश्वविद्यालय, राजस्थान का सबसे पुराना विश्वविद्यालय है जो जयपुर में स्थित है, इसकी स्थापना 8 जनवरी 1947 हुई थी
- आज यह राजस्थान में शिक्षा का सबसे बड़ा केन्द्र माना जाता है। देश-विदेश के विद्यार्थी यहाँ पढ़ने आते हैं। इसका परिसर जयपुर नगर में बापूनगर में स्थित है। इसके 6 संघटक कालेज, 11 मान्यता प्राप्त अनुसंधान केन्द्र, 37 स्नातकोत्तर विभाग हैं| 300 से अधिक महाविद्यालय इससे जुड़े हैं|
- नेशनल एसेसमेंट ऐंड एक्रीडिटेशन काउंसिल (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) NAAC ने इसे A+ स्तर दिया है।
- यह मानविकी, समाज विज्ञान, विज्ञान, वाणिज्य, एवं विधि अध्ययन आदि विषयों में उच्च स्तर की शिक्षा और शोध कार्य में संलग्न भारत के अग्रणी शिक्षण संस्थानों में से है
2. राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय, अजमेर
- राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय, अजमेर जिले के किशनगढ़ के पास बांदरसिंदरी में एक शैक्षणिक संस्थान है।
- यह संसद के एक अधिनियम के माध्यम से स्थापित किया गया है: “केन्द्रीय विश्वविद्यालय अधिनियम, 2009” भारत सरकार द्वारा स्थापित है
- राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय को एक नए केन्द्रीय विश्वविद्यालय के रूप में संसद के एक अधिनियम (2009 के अधिनियम सं. 25, भारत के गजट सं. 27, 20 मार्च 2009 को प्रकाशित) द्वारा स्थापित किया गया था और यह पूरी तरह से भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित है।
- राजस्थान राज्य सरकार ने जयपुर-अजमेर रोड (NH-8) पर किशनगढ़ के पास बांदरसिंदरी में केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थायी साइट के लिए 518 एकड़ जमीन आवंटित की है। अब केंद्रीय विश्वविद्यालय सफलतापूर्वक अपने स्थायी परिसर में चल रहा है।
3. जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर
- जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय राजस्थान के जोधपुर जिले में स्थित एक डीम्ड विश्वविद्यालय है। इसकी स्थापना 1962 में की थी ।
- इसका नाम जोधपुर के विश्वविद्यालय था जिसे 1992 में बदल कर जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय नाम दिया गया ।
- जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर में स्थित है जो भारतीय थार रेगिस्तान का एक प्रमुख शहर है इसमें नुसंधान और विकास गतिविधियां विरासत , समाज और क्षेत्र की चुनौतियों पर केंद्रित हैं ।
- नेशनल एसेसमेंट ऐंड एक्रीडिटेशन काउंसिल (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) NAAC ने इसे B स्तर दिया है।
4. चिकित्सा शिक्षा विभाग
- चिकित्सा शिक्षा विभाग राज्य में चिकित्सा महाविद्यालयों एवं दन्त महाविद्यालयों का प्रशासनिक विभाग है। यह विभाग इन महाविद्यालयों से संबद्ध चिकित्सालयों का भी प्रबंधन करता है।
- राज्य के निजी चिकित्सा महाविद्यालयों एवं दन्त महाविद्यालयों से संबंधित प्रकरण भी इस विभाग द्वारा निस्तारित किये जाते हैं। देश के स्वतन्त्र होने के समय राजस्थान में केवल एक चिकित्सा महाविद्यालय जयपुर में स्थित था, परन्तु आज राजस्थान में सरकारी एवं निजी क्षेत्र के 10 चिकित्सा महाविद्यालय एवं 14 दन्त महाविद्यालय स्थित हैं।
=> राजस्थान के सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय
1 एसएमएस मेडिकल कॉलेज, जयपुर
2. रवीन्द्रनाथ टैगोर मेडिकल कॉलेज , उदयपुर
3. सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज , बीकानेर
4. डॉ एस.एन. मेडिकल कॉलेज , जोधपुर
5. जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज , अजमेर
6. सरकारी मेडिकल कॉलेज, कोटा
7. झालावाड़ मेडिकल कॉलेज , झालावाड़
8. RUHS कॉलेज ऑफ़ डेंटल साइंस, जयपुर
5. राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा
- राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (Rajasthan Technical University (RTU)) राजस्थान का तकनीकी विश्वविद्यालय है जिसकी स्थापना 2006 में हुई थी।
- राजस्थान के सभी सरकारी एवं निजी अभियान्त्रिकी और एम॰बी॰ए॰ से सम्बन्धित परीक्षा कार्यक्रम यहीं से संचालित होते हैं
- राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय इससे संलग्न कॉलेजों के माध्यम से बैचलर ऑफ टैक्नोलॉजी (B.Tech), मास्टर ऑफ़ प्रौद्योगिकी (M.Tech), MBA, MCA एवं BHMCT की डिग्री प्रदान करता है।
6. राजस्थान के प्रमुख तकनिकी संस्थान
- मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MNIT), जयपुर
- बिरला प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान (BITS), पिलानी
- MBM अभियांत्रिकी महाविद्यालय, जोधपुर
- यूनिवर्सिटी अभियांत्रिकी महाविद्यालय, कोटा
- कॉलेज ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड इंजीनियरिंग, उदयपुर
- राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय, अजमेर
- राजकीय महिला अभियांत्रिकी महाविद्यालय, अजमेर
- राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय, झालावाड़
- राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय, बीकानेर
- राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय, भरतपुर
- राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय, बांसवाड़ा
- कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एवं तकनिकी, बीकानेर
- माणिक्यलाल वर्मा टेक्सटाइल एवं अभियांत्रिकी महाविद्यालय, भीलवाड़ा
- डेयरी कॉलेज और खाद्य विज्ञान प्रौद्योगिकी (CDFST), उदयपुर
7. मोहन लाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर
- मोहन लाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, दक्षिणी राजस्थान के उदयपुर शहर में स्थित एक सार्वजनिक विश्वविद्यालय है। इसे उदयपुर विश्वविद्यालय के नाम से भी जाना जाता है।
- 1962 में स्थापित इस विश्वविद्यालय में चार घटक महाविद्यालय और 60 संबद्ध महाविद्यालय सम्मिलित हैं।
- सन् 1984 में इसका नाम राजस्थान के भूतपूर्व मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाड़िया के नाम पर कर दिया गया।
8. शुष्क वन अनुसंधान संस्थान, जोधपुर
- शुष्क वन अनुसंधान संस्थान (Arid Forest research Institute / AFRI) की स्थापना भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद, पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के तहत सन् 1988 में राजस्थान के जोधपुर जिले में की गई थी।
- यह संस्थान भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद्, देहरादून के अधीनस्थ भारत भर में फैले हुवे 8 अनुसंधान संस्थानों में से एक है। इस संस्थान का मुख्य उद्देश्य राजस्थान, गुजरात राज्यों तथा दादरा नगर हवेली केन्द्र शासित प्रदेश के गर्म शुष्क एवं अर्द्ध शुष्क क्षैत्रों में वैज्ञानिक अनुसंधान द्वारा वानिकी के क्षैत्रों में ऐसी तकनीके विकसित करना है जिससे वानस्पतिक क्षैत्र बढ़े एवं जैव विविधता का संरक्षण भी हो।
- भारत का लगभग 12 प्रतिशत भू-भाग शुष्क क्षैत्र के अन्तर्गत आता है जोकि मुख्यतः राजस्थान, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, आन्ध्रप्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र के करीब 32 मिलियन हैक्टेयर क्षैत्र में फैला हुआ है।
- इस संस्थान का परिसर न्यू पाली रोड़ पर करीब 66 हैक्टेयर में फैला हुआ है। यहाँ संस्थान का कार्यालय जिसमें अनेक आधुनिकतम प्रयोगशालाएँ हैं तथा पुस्तकालय एवं सूचना केन्द्र भवन, सामुदायिक हॉल, वैज्ञानिक हॉस्टल, अतिथिगृह तथा कर्मचारियों के आवास स्थित हैं।