राजस्थान के संभाग (Division of Rajasthan) राजस्थान GK अध्ययन नोट्स
- नवगठित राजस्थान में 25 जिले बनाए गये जिन्हें पाँच संभागो (जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, बीकानेर व कोटा) में विभाजित किया गया |
- 1 नवम्बर 1956 को फलज अली की अध्यक्षता में राज्य का पुनर्गठन किया गया और अजमेर-मेरवाड़ा क्षेत्र भी राजस्थान में मिला दिया गया | अजमेर राज्य का 26 वाँ जिला बना व जयपुर संभाग का नाम बदल कर अजमेर संभाग कर दिया गया |
- अप्रेल 1962 में संभागीय व्यवस्था समाप्त कर दी गयी |
- 26 जनवरी 1987 को हरिदेव जोशी की सरकार ने राज्य को 6 संभागों जयपुर, अजमेर, जोधपुर, उदयपुर, कोटा, बीकानेर में बाँट कर संभागीय व्यस्था पुन: शुरू की |
- 10 अप्रेल 1991 को बारां, दौसा और राजसमंद जिले बनाए गये | 12 अप्रेल 1994 को हनुमानगढ़ 31वाँ जिला बना | 19 जुलाई 1997 को करौली 32वाँ जिला बना |
- 26 जनवरी 2008 को परमेशचंद कमेटी की सिफारिश पर प्रतापगढ़ 33वाँ जिला बना|
- राज्य के सातवें संभाग के रूप में भरतपुर संभाग के निर्माण के अधिसूचना 4 जून 2005 को जारी की गई जिसमे करौली व सवाईमाधोपुरम, कोटा संभाग से व भरतपुर व धौलपुर जयपुर संभाग से शामिल किये गये |
वर्तमान में राजस्थान के 7 संभाग एवं उनके जिले निम्नलिखित हैं:
1. जयपुर संभाग: जयपुर, दौसा, सीकर, झुंझनू, अलवर ( 5 जिले)
2. जोधपुर संभाग: जोधपुर, जालौर, पाली, बाड़मेर,सिरोही, जैसलमेर (6 जिले) — सबसे बड़ा संभाग
3. अजमेर संभाग: भीलवाड़ा, टोंक, नागौर, अजमेर (4 जिले)
4. कोटा संभाग: कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़ (5 जिले)
5. उदयपुर संभाग: उदयपुर, राजसमंद, डूंगरपुर, बाँसवाड़ा,चितौड़गढ़, प्रतापगढ़ (6 जिले)
6. बीकानेर संभाग : बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ, चुरू (4 जिले)
7. भरतपुर संभाग: सवाईमाधोपुर, भरतपुर, धौलपुर, करौली (4 जिले) – सबसे छोटा संभाग