बादल कभी-कभी श्वेत दिखाई देता है। क्यों?
बादलों में धूल के कण एवं पानी की छोटी-छोटी बूंदें होती हैं। ये कण बड़े होते हैं। अतः इन कणों द्वारा प्रकाश का प्रकीर्णन रैले के नियमानुसार नहीं होता , अपितु ये कण सभी रंगों को लगभग समान रूप से प्रकीर्णन कर देते हैं। फलस्वरूप बादल श्वेत दिखाई देता है।