- ज्वालामुखी से आशय पृथ्वी के धरातल में स्थित उस छिद्र से है, जिससे मैग्मा नामक गर्म तरल, गैस व चट्टानों के टूटे टुकड़े आदि निकलते हैं। धरातल में स्थित छेद का स्वरूप दरार जैसा भी हो सकता है। इसके मुख को क्रेटर (Crater), तथा आकार बढ़ने पर इसे काल्डेरा (Caldera) कहते हैं।
- सक्रिय ज्वालामुखी से आशय उन ज्वालामुखियों से है, जिनकी सतह से गर्म तरल व गैसें आदि निकलती रहती हैं यानी उद्गार बना रहता है। विश्व में सर्वाधिक सक्रिय ज्वालामुखियों वाला देश फिलीपाइन द्वीप समूह है।
- इक्वाडोर में स्थित कोटोपैक्सी विश्व का सबसे ऊंचा सक्रिय ज्वालामुखी है।
- अग्नि वलय (Ring of Fire) शब्द प्रशांत महासागर के चारों ओर स्थित सक्रिय ज्वालामुखियों के लिए प्रयुक्त होता है।
- मृत या शांत ज्वालामुखी वे होते हैं, जो वर्तमान में तो शांत रहते ही हैं, भविष्य में भी इनके फूटने की सम्भावना नहीं रहती है।
- जिन ज्वालामुखियों में भविष्य में विस्फोट की संभावना रहती है, उन्हें निद्रित ज्वालामुखी कहते हैं।
- दस हजार धुआंरो की घाटी (A valley of ten thousand smokes) अलास्का (USA) के कटमई को कहते हैं, जहां से बराबर धुएं का उद्गम होता रहता है।
- माउंट एटना और विसूवियस ज्वालामुखी इटली में, माउंट सेंट हेलेंस अमेरिका में, मौनालोआ और किलायू हवाई (अमेरिका) में, फ्यूजीयामा जापान में, किलिमंजारो तंजानिया में, माउंट वेरिबस रॉस द्वीप (अंटार्कटिका) में, माउंट रैनियर अमेरिका में, पैरिकुटिन मेक्सिको में तथा माउंट टाल फिलीपींस में स्थित हैं। वर्तमान में विश्व का सर्वाधिक सक्रिय ज्वालामुखी किलायू है।
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