रासायनिक अभिक्रियाओं तथा समीकरण से सम्बन्धित महत्वपूर्ण तथ्य

एक रासायनिक प्रतिक्रिया एक प्रक्रिया है जिसके परिणामस्वरूप रासायनिक पदार्थों के एक सेट का दूसरे में परिवर्तन होता है। एक रासायनिक प्रतिक्रिया में, परमाणुओं के बीच के बंधन टूट जाते हैं और नए अणु बनाने के लिए बनते हैं। रासायनिक समीकरणों का उपयोग करके रासायनिक प्रतिक्रियाओं का प्रतिनिधित्व किया जा सकता है, जो प्रतिक्रिया के अभिकारकों और उत्पादों का प्रतिनिधित्व करने के लिए रासायनिक प्रतीकों और सूत्रों का उपयोग करते हैं। एक रासायनिक समीकरण में गुणांक प्रतिक्रिया में शामिल प्रत्येक पदार्थ के मोल्स की सापेक्ष संख्या को इंगित करते हैं, जबकि सबस्क्रिप्ट एक अणु में किसी विशेष तत्व के परमाणुओं की संख्या को इंगित करते हैं। संतुलित रासायनिक समीकरण अभिकारक और उत्पाद दोनों पक्षों पर प्रत्येक तत्व के लिए समान संख्या में परमाणुओं को दर्शाता है।

  • एक पूर्ण रासायनिक समीकरण अभिकारक, उत्पाद एवं प्रतीकात्मक रूप से उनकी भौतिक अवस्था को प्रदर्शित करता है।
  • रासायनिक समीकरण को संतुलित किया जाता है, जिससे समीकरण में अभिकारक तथा उत्पाद, दोनों ही ओर रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले प्रत्येक परमाणु की संख्या समान हो। समीकरण का संतुलित होना आवश्यक है।
  • संयोजन अभिक्रिया मे दो या दो से अधिक पदार्थ मिलकर एक नया पदार्थ बनाते हैं।
  • वियोजन अभिक्रिया संयोजन अभिक्रिया के विपरीत होती है। वियोजन अभिक्रिया में एकल पदार्थ वियोजित होकर दो या दो से अधिक पदार्थ देता है।
  • जिन अभिक्रियाओं में ऊष्मा का उत्सर्जन होता है, उन्हें ऊष्माशोषी अभिक्रियाएँ कहते हैं। जिन अभिक्रियाओं में ऊष्मा का अवशोषण होता है, उन्हें ऊष्माशोषी अभिक्रियाएँ कहते हैं। जब कोई एक तत्व दूसरे तत्व को उसके यौगिक से विस्थापित कर देता है, विस्थापना अभिक्रिया होती है।
  • द्विविस्थापन अभिक्रिया में दो अलग-अलग परमाणु या परमाणुओं के समूहों (आयन) का आपस में आदान-प्रदान होता है।
  • अवक्षेपण अभिक्रिया से अविलेय लवण प्राप्त होता है।
  • अभिक्रिया में पदार्थों से ऑक्सीजन या हाइड्रोजन का योग अथवा ह्रास, ऑक्सीकरण या उपचयन कहलाता है। ऑक्सीजन का ह्रास या हाइड्रोजन का योग, अपचयन कहलाता है।

 

 

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