राष्ट्रीय खानिज पुरस्कार क्या है?
केन् द्रीय खान मंत्रालय ने देश भर में खनन को बढ़ावा देने के लिए राष् ट्रीय खानज पुरस् कार की स् थापना की है। राष्ट्रीय खानिज पुरस्कार की स्थापना खनिज ब्लॉकों की खोज, नीलामी और प्रचालन में पहल करने वाले राज्यों को प्रोत्साहित करने के लिए की गई है। खनिजों की तीन श्रेणियों में राष्ट्रीय खानिज पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। 2019-20 और 2020-21 के लिए राष्ट्रीय खानिज पुरस्कार 12 जुलाई, 2022 को आयोजित खान और खनिजों पर छठे राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान प्रदान किया गया था। विभिन्न राज्यों को पुरस्कार राशि के रूप में कुल 18 करोड़ रुपये दिए गए।
इसके अतिरिक्त, खनिज ब्लॉकों की नीलामी के लिए राज्यों को प्रोत्साहित करने के लिए खान मंत्रालय द्वारा निम्नलिखित प्रोत्साहन प्रदान किए जाते हैं
- उन राज्यों को 20 लाख रुपये का अनुदान दिया गया है जहां संभावित खनिज ब्लॉक नीलामी के लिए उपलब्ध हैं।
- राज्य सरकार द्वारा आयोजित खनिज ब्लॉक की प्रत्येक सफल नीलामी के लिए 20 लाख रुपये।
- नीलामी आयोजित करने के लिए लेन-देन सलाहकार शुल्क के 50% की प्रतिपूत प्रत्येक ब्लॉक के लिए अधिकतम 5 लाख रुपये के अध्यधीन, जिसे नीलामी के लिए रखा गया था, लेकिन सफलतापूर्वक नीलाम नहीं किया जा सका।
6 के दौरान उपर्युक्त श्रेणियों में राज्यों को कुल 2102 करोड़ रुपये जारी किए गए हैंवां खानों और खनिजों पर राष् ट्रीय सम् मेलन।
वर्तमान में एमटीएस में तीन मॉड्यूल हैं अर्थात् पंजीकरण मॉड्यूल, रिटर्न मॉड्यूल और खनन योजना मॉड्यूल। एमटीएस के प्रस्तावित अतिरिक्त मॉड्यूल विचाराधीन हैं।
केन् द्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री श्री प्रह्लाद जोशी ने आज लोकसभा में एक प्रश् न के लिखित उत् तर में यह जानकारी दी।
भारत का सबसे खनिज समृद्ध राज्य कौन सा है?
झारखंड भारत का सबसे खनिज समृद्ध राज्य है जिसमें लगभग एक साठ मिलियन टन विभिन्न प्रकार के खनिज हैं। राज्य कोयला, सोना, चांदी, बॉक्साइट, kyanite, felspar, लौह अयस्क, चूना पत्थर, यूरेनियम, क्वार्ट्ज और डोलोमाइट के प्रमुख उत्पादकों में से एक है।